Director's Message
प्रिय विद्दार्थियो,
"विद्दा विचारी तां परउपकारी" यह कथन विद्दा के महत्व को प्रतिपादित करता है। विद्दा वह दीपक है जो मानव के तन-मन को ही प्रकाशित नहीं करता अपितु सम्पुर्ण समाज तथा सम्पुर्ण राष्ट्र को प्रकाशमय करता है। सम्भवत: विद्दा का यह महत्व चूरू जिले के कुछ दूरदर्शी महानुभावों ने समझा और क्षेत्र को विद्दा के प्रकाश से प्रकाशित करने हेतु उपक्रम किए। उनके सद प्रयत्नों के फलस्वरूप २००५ में चौधरी एम. एस. एम. महाविद्दालय रूपी नन्हा पौधा तारानगर में लगा, उसी पौधे ने बढते-बढते आज राजस्थान के अग्रणी और प्रतिष्ठित स्नातकोतर महाविद्दालय के रूप में अपनी पहचान बना ली है।
मैं तथा मेरे विद्वान साथी आपको सुसंस्कृत, जागृत, दायित्व बोधयुक्त, एवं योग्य संवेदन्शील नागरिक बनाने के लिए कृत संकल्प है।
महाविद्दालय में ईमानदारी, पारदर्शिता एवं नैतिक मूल्यों के साथ अध्यापन कराया जाता है और यही मूल्य व्यक्ति को विश्वस्तरीय सम्मान दिलाते हैं। बढती प्रतियोगिताओं को देखते हुए इस महाविद्दालय में Microbiology, Biotech, Military Science, B. Com, B.C.A., M.A., M.Sc. जैसे रोजगारोन्मुखी विषय के अध्ययन की व्यवस्था की गई है।
आइए महाविद्दालय की उपलब्धियों, संस्कारों और गौरव पर गर्व करें और आगे बढें।
मैं आपसे अपेक्षा करता हूँ कि आप महाविद्दालय द्वारा प्रदत सुविधाओं का उपयोग करते हुए मेहनत के बलबुते पर संस्था का नाम रोशन करेंगे।
मंगल शुभकामनाओं के सहित।
शुभेच्छु
श्री राजवीर चौधरी
निदेशक