A Word From Co-Director

प्रिय छात्राओं,
नए शिक्षा सत्र में आपका हार्दिक स्वागत है। 1996-97 में प्राथमिक विद्दालय के रूप में स्थापित यह संस्था 2005 में महाविद्दालय के रूप में स्थापित हुई तथा आज वर्तमान समय में राजस्थान के अग्रणी प्रतिष्ठित स्नातकोतर महाविद्दालय के रूप में पहचान बना चुकी है।

सम्पुर्ण ध्याय केवल लक्ष्य पर .................. एक पंक्ति मनुष्य को शून्य से शिखर तक पहुँचाने के लिए बहुत है। प्रत्येक विद्दार्थी अपना लक्ष्य निर्धारित कर संस्था को सहयोग से उतरोतर प्रगति के पथ पर अग्रसर हो, यही हमारा ध्यय है। प्रतिभा, अवसर और आत्मशक्ति तीनों का मेल आपको सफलता तक पहुँचा सकता है। हमारा प्रयास रहेगा कि महाविद्दालय परिसर में आपको अपनी प्रतिभा दिखाने का समुचित अवसर मिले।

महाविद्दालय में अलग से छात्राओं की कक्षाएं "छात्रा विंग" में लगाई जाती हैं। छात्राओं की समस्याओं के निदान के लिए मैं छात्राओं के सम्पर्क में रहती हूँ तथा छात्राओं से अपेक्षाएं रखाती हूँ कि वो कोई समस्या हो तो मुझे बतायें। महाविद्दालय में अनुशासन बनाए रखने तथा छात्राओं की सुरक्षा के लिए सेवानिवृत सैन्य ऑफिसर कार्यरत हैं।

मैं सभी छात्राओं और अभिभावकों से वादा करती हूँ कि महाविद्दालय में आने वाली छात्राएं यहाँ पूर्णत: सुरक्षित महसूस करेंगी तथा उनकी प्रत्येक समस्या का समाधान किया जायेगा।

मैं आशा करती हूँ कि आप उत्साहपूर्वक महाविद्दालय से जुडकर एक जिम्मेदार नागरिक एवं सशक्त महिला बनकर समाज एवं राष्ट्र के निमार्ण में भागीदार बनेगीं तथा संस्था के स्वर्णिम इतिहास में नया अध्याय जोडेगीं। यही हमारी संस्था के अस्तित्व की सार्थकता है और लक्ष्य का संधान है।

आइए, नई उम्मीद, नई उमंग, नई आशा-अकांक्षा के साथ नये सत्र का आरम्भ करें।

आपमें ञान का स्फुरण हो यही मेरी कामना है, आपके सुखद भविष्य की शुभकामनाओं सहित।

श्रीमती अमरपाली चौधरी
सह-निदेशिका